सब के जाम भरे हुवे है, फिर मेरा ही क्यों है खाली...
क्यों मिलाती है, औरो को ही सोहरत यहाँ...
और क्यों मुफलिसों के घर अब तक है खाली...
ऐ मौला तेरे दरवार में मुझे बस अपनी बात कहने का मौका मिल जाये...
दहक जायेंगे उनके दिल जिन्होंने इस जुगनू को रात में जलते नहीं देखा होगा...
By :: Lalit Bisht
क्यों मिलाती है, औरो को ही सोहरत यहाँ...
और क्यों मुफलिसों के घर अब तक है खाली...
ऐ मौला तेरे दरवार में मुझे बस अपनी बात कहने का मौका मिल जाये...
दहक जायेंगे उनके दिल जिन्होंने इस जुगनू को रात में जलते नहीं देखा होगा...
By :: Lalit Bisht